इंदौर: मंगलवार शाम पांच बजे तलावली चांदा मेन रोड पर एक तरफ ट्रक के टायर तले दम तोड़ चुका पांच साल का इकलौता बेटा तो उधर मौत से संघर्ष कर रहा 27 वर्षीय भाई। पास में बिलखती सुनीता। बेटे की मौत से बदहवास, लेकिन भाई को बचाने की जद्दोजहद। इसलिए चीख-चीख कर लोगों से बोली कि मेरा बेटा तो चला गया है। भाई को बचा लो। आखिर में लोगों ने उसकी गुहार सुनी। पुलिस व 108 एम्बुलेंस को फोन कर बुलाया और भाई को एमवाय अस्पताल भेजा, जहां उसकी हालत गंभीर है।
ये घटनाक्रम हुआ मंगलवार शाम पांच बजे तलावली चांदा मेन रोड पर। लसूड़िया टीआई संतोष दूधी ने बताया कि दिनेश पिता मोहन निवासी हाटपीपल्या रक्षाबंधन के बाद बहन सुनीता बागड़िया अौर भांजे आयुष को बाइक से इंदौर के रेशम केंद्र स्थित उसके ससुराल छोड़ने जा रहा था। रुचि सोया फैक्टरी के पास उसकी बाइक पानी गिरने से स्लीप हो गई। तभी फैक्टरी से निकले ट्रक ने उसे चपेट में ले लिया। इससे सुनीता उछलकर सड़क किनारे गिरी और उसकी गोद में बैठा आयुष ट्रक के पिछले टायर में आ गया। दिनेश भी ट्रक से टकरा गया, जिससे उसे गंभीर चोट आई।
इकलौते बेटे को अपनी आंखों के सामने खो देने के बाद भी सुनीता ने हिम्मत नहीं हारी और लोगों को शोर मचा कर भाई की जान बचाने के लिए मदद मांगती रही। मौके पर पहुंचे लसूड़िया थाने के कांस्टेबल धर्मेंद्र ने बताया कि महिला युवक के पास ही खड़ी थी। पहले तो लगा कि युवक की भी मौत हो चुकी है, लेकिन उसकी सांसें चल रही थीं। महिला ने बोला कि मेरे बेटे की मौत हो गई है, लेकिन मेरे भाई को अस्पताल पहुंचा दो। इसके बाद युवक और महिला को लोगों ने अस्पताल भेजा। आयुष के शव को फावड़े से बोरी में भरकर अस्पताल ले गए। पुलिस ने ट्रक चालक को पकड़ लिया है। दिनेश को गंभीर हालत में सर्जिकल आईसीयू में रखा है।
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