24 जून को हुई थी लापता, घर में संघर्ष के निशान
प्रधान आरक्षक राकेश के मुताबिक सपना का पति भूपेंद्र वेल्डिंग करता है। भूपेंद्र ने बताया कि सपना प्लास्टिक फैक्टरी में काम करती थी। 18 जून को बच्चों को लेने तरावली गया था। 24 जून को रात करीब 12 बजे तक पत्नी से बात हुई थी। फिर उसका फोन बंद हो गया। घर आया तो ताला लगा था। ताला तोड़कर अंदर घुसा तो सारा सामान अस्त-व्यस्त मिला। अलमारी से सामान गायब था। घर में संघर्ष के निशान थे। तत्काल थाने पहुंच घटना बताई।
पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर औपचारिकता पूरी कर ली थी
उसने कहा था कि तल मंजिल पर रहने वाले सुनील और उसकी पत्नी बबीता पर शक है। दोनों फरार हैं। पुलिस गुमशुदगी दर्ज कर महिला को ढूंढने का प्रयास करती रही। भूपेंद्र भी रिश्तेदारों की मदद से सुनील और बबीता की तलाश में जुट गया। कुछ लोगों ने बताया कि दोनों को 25 जून को तड़के 4 बजे ऑटो रिक्शा से जाते देखा था। दोनों लोहे का संदूक लेकर जा रहे थे। उसमें से महिला के कपड़े दिख रहे थे। पूछा तो कहा कि मां के क्रियाकर्म के लिए जा रहा है। मां के कपड़े भरे हैं।
कुएं के करीब ले जाकर बोले- संदूक में शव है
बंटी ने बताया कि वह सुनील का चचेरा भाई है। कुछ दिन पहले सुनील की मां की मौत हुई थी। उसने कहा कि वह क्रियाकर्म के लिए जा रहा है। पहले शव क्षिप्रा में फेंकने गया लेकिन पुलिस चेकिंग देख लौट आया। फिर कंपेल गया और कुएं के पास ले जाकर खड़ा कर दिया। उसने बंटी से कहा कि इसमें महिला का शव है। बंटी ने शव ठिकाने लगाने से इनकार किया तो सुनील ने धमकाया। सुनील और बबीता की गिरफ्तारी अभी बाकी है। पूरी कहानी इसी के बाद पता चल सकेगी।
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