इंदौर समाचार / इंदौर के मेहंदीकुंड और आसपास के जंगल में पिछले 6 माह में एक गिरोह ने 20 से ज्यादा बलात्कार किए। एक मामले में गैंगरेप से बचने के लिए युवती खाई में कूद गई। बदमाशों ने उसके साथ आए प्रेमी युवक को भी खाई में फैंक दिया। उसकी बड़े ही निर्मम तरीके से हत्या की गई। पुलिस ने इस मामले में बलराम मकवाना (बसी पीपरी), गोविंद बारिया (कोदरिया) और बसी पीपरी व रुंडा निवासी दो नाबालिगों को गिरफ्तार किया है। गिरोह का सरगना ईश्वर भील (कोदरिया) फरार है।
20 से ज्यादा गैंगरेप कबूले
आरोपितों ने कबूला कि वे तीन साल से मेहंदीकुंड और आसपास के जंगलों में वारदात कर रहे थे। यहां घूमने व पार्टी के लिए आने वाले युवक-युवतियों को हथियारों के बल पर धमकाते और जेवर व रुपए छीन लेते। उनका वीडियो बनाकर परिजन को दिखाने की धमकी देते। वे युवक-युवती को अलग-अलग दिशा में जंगली और पहाड़ी क्षेत्रों में ले जाते। फिर युवती से ज्यादती करते। जांच में शामिल एक अफसर के मुताबिक आरोपितों ने 20 से अधिक युवतियों से ज्यादती करना कबूला है। शक है अभी तक वे 50 से अधिक युवतियों के ऐसी हरकत कर चुके हैं। इसमें ज्यादातर छात्राएं हो सकती हैं। बदनामी के डर से कोई थाने नहीं पहुंचा।
युवती इज्जत बचाने के लिए कूद गई
आरोपितों ने 6 नवंबर 2017 को 19 वर्षीय श्रेया जोशी (सरदार पटेल नगर, कोदरिया) और दोस्त 19 वर्षीय हिमांशु सेन (धार नाका, महू) की हत्या करना कबूला है। दोनों मेहंदीकुंड आए थे। दोपहर करीब 2 बजे उन्होंने दोनों को ग्राम बड़िया के जंगल में पकड़ा और नकोड़ी कुंड ले गए। चाकू अड़ा कर उनसे 5200 रुपए, चेन, टॉप्स, चेकबुक, एटीएम कार्ड आदि लूटे। युवती से ज्यादती की कोशिश की तो उसने इज्जत बचाने के लिए पहाड़ी से छलांग लगा दी।
प्रेमी को पहाड़ी से फेंक दिया फिर नीचे जाकर हत्या की
हिमांशु ने गिरोह में शामिल ईश्वर भील को पहचान लिया। इस पर गिरोह ने उसे पहाड़ी से फेंक दिया। कुछ देर बाद आरोपित नीचे उतरे तो उसकी सांसें चल रही थीं। पुलिस के डर से उसे पत्थरों से कुचलकर मार डाला और फरार हो गए। मंगलवार को नकोड़ी कुंड में सर्चिंग की गई तो श्रेया व हिमांशु की चप्पल, नाश्ते का डिब्बा और पानी की बोतल मिली। आरोपितों ने सबूत छुपाने के लिए दोनों के कपड़े भी जला दिए। कुछ दिन बाद चोरल के जंगल में दुपहिया भी जला दी। हत्या को छह माह होने से शव पूरी तरह कंकाल में बदल गए।
पुलिस को भटकाने के लिए मोबाइल ट्रक में डाल दिया
आरोपितों ने वारदात के बाद इनके मोबाइल एक ट्रक में फेंक दिए थे। युवती के फोन की लोकेशन मेहंदी कुंड, फिर मानपुर और आखिर में तेलंगाना की मिली थी, जिसे बरामद कर लिया गया था। इस कारण पुलिस व परिजन को लग रहा था कि दोनों ने भागकर शादी कर ली है। अब उन्हें परीक्षण के लिए भेजा जाएगा।
4 जनवरी को भी होने वाला था गैंगरेप
एएसपी (क्राइम) अमरेंद्र सिंह के मुताबिक 4 जनवरी को न्यायनगर निवासी चार छात्राएं तीन छात्रों के साथ बामनिया कुंड घूमने गई थी। आरोपितों ने उन्हें हथियार दिखाकर पकड़ा और मलेंडी व मांगलिया की तरफ ले गए। मौका देखकर एमबीए छात्रा ने दोस्त को मैसेज कर दिया। पुलिस ने ग्रामीणों के साथ सर्चिंग शुरू की। सायरन की आवाज सुनकर आरोपित भाग गए। युवतियों ने बताया कि आरोपितों ने उन्हें लूटा और अश्लील हरकतें की। पुलिस ने इस मामले में ज्यादा छानबीन नहीं की अन्यथा उसी समय गिरोह हाथ लग सकता था।
कैसे खुला राज
चार महीने पहले चार बोरी चना चोरी हुआ था। इसके आरोप में पुलिस ने सतपाल निनामा को गिरफ्तार कर उपजेल भेजा था। युवक-युवती की हत्या में शामिल आरोपी बलराम को भी इसी मामले में जेल भेजा गया। यहां दोनों के बीच चोरी के मामले में फंसाने की बात को लेकर विवाद हुआ। दोनों ने एक-दूसरे की पोल खोलना शुरू कर दी और मुखबिर के आधार पर जानकारी पुलिस तक पहुंची। तब हिमांशु व श्रेया की हत्या का सूत्र हाथ लगा।
पुलिस का रवैया ठीक नहीं था
परिजनों ने दबी जुबान से यह भी कहा कि इस मामले में बड़गोंदा पुलिस का रवैया उचित नहीं था। बार-बार परिजनों को थाने बुलाकर घंटों बैठाया जाता था। हमने कई बार सर्चिंग की बात कही मगर पुलिस ने एक नहीं सुनी। कुछ लोगों ने तो यह भी कहा कि किसी दबाव के चलते युवक के पिता को भी पुलिस द्वारा परेशान किया गया। सिर्फ एक मोबाइल अन्य प्रदेश में मिलने पर पुलिस ने मान लिया कि वे वहां हैं और शादी कर ली, अन्य पहलुओं पर ध्यान नहीं दिया। युवक के घर पर तो मंगलवार की दोपहर तक किसी प्रकार की जानकारी नहीं थी। मां रोज की तरह ब्यूटी पार्लर का संचालन कर रही थी। युवती के घर पर भी दोपहर तक सामान्य स्थिति रही। उसकी मां इस घटना से पूरी तरह अंजान थी। लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया, पूरे क्षेत्र में मातम छाने लगा।
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