भोपाल। ।अमित शाह से मिलकर (बैठक) लौटे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक कार्यक्रम के दौरान बड़ा संकेत दिया है। उन्होंने कहा कि ‘मैं तो जाने वाला हूं, मेरी कुर्सी खाली है‘ इसके बाद वो कार्यक्रम छोड़कर चले गए। भाजपाईयों ने इसे मजाक बताया है। जबकि कांग्रेस ने इस पर चुटकी ली है। याद दिला दें कि सीएम बाबूलाल गौर को 6 माह पहले बता दिया गया था कि उन्हे कुर्सी छोड़नी होगी। भाजपा के भीतर भी चेहरा बदलने की मांग लगातार जारी है। कई गोपनीय रिपोर्ट में कहा गया है कि यदि मध्यप्रदेश में चैथी बार सरकार बनाना है तो चेहरा बदल दें।
आनंद संस्थान के एक कार्यक्रम में अपने भाषण के अंत मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दुनिया में कुछ भी परमानेंट नहीं है और मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कोई भी बैठ सकता है। चुनावी साल में मुख्यमंत्री के इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने शिवराज के बयान पर कहा यह हकीकत उनकी समझ में आने लगी है। अभी चुनावों में वक्त है लेकिन शिवराज सिंह अभी से हताश होने लगे है।
वहीं शिवराज सिंह ने ट्वीट कर कहा है कि कुछ नेता प्रदेश में सिर्फ चुनाव के समय दिखते है, बाकी समय अपने तुगलकी महलों में बिताते हैं। उनको लगता है कि कॉमन मैन को क्या पता चलेगा। एक फिल्म में मैंने सुना था, “नेवर अंडरेस्टिमेट द पावर ऑफ कॉमन मैन.” जनता को पता है कि कौन उनके साथ हमेशा रहा है, और हमेशा रहेगा।
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