भाजपा देश भर में समरसता भोज का आयोजन कर रही है। भाजपा के दिग्गज नेता दलितों के साथ भोजन कर रहे हैं परंतु नरेंद्र मोदी सरकार की केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने दलितों के साथ भोजन करने से मना कर दिया। हालांकि बाद में उन्होंने दलितों को अपने घर भोजन पर न्यौता भी दिया। बता दें कि उमा भारती ने अगला लोकसभा चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है। वो पिछले कुछ समय से मोदी शाह से नाराज चल रहीं हैं।
मंगलवार को केन्द्रीय मंत्री उमा भारती छतरपुर जिले के नौगांव के ददरी गांव संत रविदास के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने पहुंची थीं, वहां सामाजिक समरसता भोज का आयोजन किया गया था लेकिन उन्होंने भोजन नहीं किया। उमा भारती ने कहा कि वह दलित के घर खाना खाने के जगह अपने घर पर दलितों को बुलाकर उन्हे भोजन कराएंगीं, और उनके परिवार के लोग दलितों के जूठे बर्तन उठाएंगे।
गौर हो कि एक ओर जहां भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह दलितों के घर जाकर भोजन कर रहे हैं और मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चुनावी समय में की बार दलितों के घर में भोजन किया है। तो वहीं दूसरी तरफ उनकी ही पार्टी का मंत्री उमा भारती ने दलितों के साथ भोजन करने से इनकार कर दिया।
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