Friday 17 August 2018

केरल: बाढ़ की वजह से अब तक 324 लोगों की मौत, 2 लाख से ज्यादा बेघर | Kosar Express


तिरुवनंतपुरम। देश का दक्षिणी राज्य केरल पिछले 100 साल के इतिहास में सबसे भीषण बाढ़ से जूझ रहा है। सीएम पिनराई विजयन ने बताया है कि मई महीने से लेकर अब तक 324 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य में हो रही भारी बारिश से करीब 2 लाख 23 हजार लोग बेघर हो गए हैं। ये लोग करीब 1,568 राहत कैंपों में पनाह लिए हुए हैं। इस बीच, पंजाब सरकार ने केरल के लिए 10 करोड़ रुपये की राहत राशि देने की घोषणा की है। उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शुक्रवार रात केरल पहुंच रहे हैं।

केरल सीएम ऑफिस ने अपने ऑफिशल ट्विटर हैंडल से लिखा, 'केरल पिछले 100 साल की सबसे तबाही वाली आपदा से जूझ रहा है। 80 बांध खोल दिए गए हैं। मई से अब तक 324 लोगों की जानें जा चुकी हैं और तकरीबन 2,23,139 लोग अभी भी राहत कैंप में हैं।' इसी के साथ सीएम ऑफिस केरल ने लोगों से पीड़ितों के लिए मदद की अपील की है।


बाढ़ प्रभावित केरल के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा घोषित 5 करोड़ रुपये की राशि मुख्यमंत्री राहत कोष से और अन्य 5 करोड़ रुपये भोजन और जरूरी सामानों के रूप में भेजा जाएगा।

मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बताया कि 4 जिलों में बाढ़ की स्थिति बेहद खतरनाक है। इन जिलों में अलाप्पुझा, एर्नाकुलम, पथनमतित्ता और त्रिशूर शामिल हैं। यहां पंपा, पेरियार और चालाकुडी नदियों के जल ने प्रकोप मचाया है। राज्य में 8 अगस्त से तबाही के चलते फसल और संपत्तियों समेत कुल 8 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। बाढ़ की वजह से केरल के ज्यादातार शहरों के अस्पतालों में स्टाफ घटकर 30 से 35 फीसदी रह गए हैं जबकि बेडों की संख्या 80 से 90 फीसदी बढ़ गई है। वहीं, लिक्विड ऑक्सिजन सप्लाई और जनरेटर चलाने के लिए डीजल स्टॉक की कमी से कई अस्पताल जूझ रहे हैं।

1764 लोगों को बचाया गया 
इंडियन कोस्ट गार्ड के 4 कैपिटल शिप कोच्चि पहुंच गए हैं। ये डिजास्टर और रिलीफ टीम के साथ काम करेंगे। 24 टीमें पहले से ही बाढ़ प्रभावित गांवों में हैं। इंडियन कोस्टगार्ड ने अब तक 1764 लोगों को बचा लिया है और 4688 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। वायुसेना के हेलिकॉप्टर प्रभावित इलाकों से लोगों को एयरलिफ्ट कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं।

हजारों लोगों को सेना इस तरह बचा चुकी है। राज्य में जारी तबाही के बीच सेना, वायुसेना, नौसेना, इंडियन कोस्टगार्ड और NDRF की टीमें बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों को बचाने की कवायद में लगी हुई हैं। हालांकि गुरुवार को यह देखने को मिला कि आपदा का स्तर इससे निपटने के प्रयासों से काफी अधिक है।

रेल सेवा ध्वस्त, घुटनों से ऊपर भरा पानी
अरियंकवू-तेनमलई के बीच सेनकोट्टाई-पुनलुर रेलवे ट्रैक पर भूस्खलन होने से दक्षिण जिले से आने और जाने वाली ट्रेनें पूरी या आंशिक रूप से रद कर दी गई हैं। कई ट्रेनों के रास्ते बदले गए हैं। अलप्पुझा के चुनक्करा गांव में सड़कों पर घुटनों से ऊपर पानी भरा हुआ है। केरल में गुरुवार को जारी किया गया रेड अलर्ट कासरगोड को छोड़कर 13 जिलों में शुक्रवार को भी जारी रहेगा। एर्नाकुलम और इडुक्की में शनिवार के लिए भी रेड अलर्ट जारी किया गया है।

केरल में बाढ़ के दौरान भारतीय नौसेना ने एक गर्भवती महिला को भी रेस्क्यू किया। बाद में महिला ने एक बेटे को जन्म दिया। अब जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित और स्‍वस्‍थ हैं।

बेजुबानों को भी बचाया जा रहा
मदुरै कॉर्पोरेशन ने केरल के लिए 20 लाख रुपये की राहत सामग्री भेजी है। लोगों तक नावों और हेलिकॉप्टरों के जरिए सामग्री पहुंचाई जा रही है। कोझिकोड के सरोवरम में पालतू जानवरों को बचाकर ले जाया गया। लोगों के साथ ही बड़ी संख्या में जानवर बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे हुए हैं।

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