Friday 20 April 2018

देश में पहली बार इंदौर चिड़ियाघर में आएंगे कंगारू, लेमूर और कोलोबस मंकी

इंदौर। इंदौर चिड़ियाघर देश का पहला ऐसा जू होगा जहां कंगारू, लेमूर और कोलोबस मंकी देखने को मिलेंगे। प्रदेश में पहली बार इंदौर के चिड़ियाघर में इंटरनेशनल एनिमल एक्सचेंज प्रकिया के तहत पांच नए विदेशी वन्य प्राणी नजर आएंगे।

इसके लिए जापान के ओकुमा स्थित उइनो चिड़ियाघर से एक्सचेंज की प्रकिया चल रही है। जापान चिड़ियाघर प्रबंधन ने एक्सचेंज के लिए सहमति दे दी है। इंदौर चिड़ियाघर से दो एशियाटिक लॉयन बिजली और सुंदरी को जापान भेजा जाएगा। इनके बदले वहां से एक जोड़ी कंगारू, एक जोड़ी लेमूर और एक कोलोबस मंकी लाया जाएगा।

चिड़ियाघर प्रबंधन का प्रयास है कि उसे एक कोलोबस मंकी के बजाय उसका जोड़ा मिल सके। जापान चिड़ियाघर में फीमेल एशियाटिक लॉयन नहीं है, वहां इसकी मांग की जा रही है। जल्द ही नगर निगम सेंट्रल जू अथॉरिटी और मंत्रालय से अनुमति मिलने के बाद वन प्राणियों के एक्सचेंज की प्रकिया शुरू कर देगा।

पिंजरों में करना होगा बदलाव 

जापान से कंगारू, लेमूर और कोलोबस मंकी के आने के बाद उनके आवास की व्यवस्था भी नए सिरे से होगी। कंगारू और लेमूर के लिए पिंजरे की दीवारों को कांच का बनाना होगा, क्योंकि ये दोनों ही प्राणी छलांग लगाकर दीवार लांघ जाते हैं।

पांच से छह महीने का लगेगा समय 

इंदौर नगर निगम ने इसकी अनुमति देकर प्रस्ताव सेंट्रल जू अथॉरिटी को भेजा है, जहां से एनिमल एक्सचेंज के लिए सहमति दे दी है। विदेश मंत्रालय और पर्यावरण एवं वन मंत्रालय से मंजूरी मिलना शेष है। इंदौर चिड़ियाघर निदेशक डॉ. उत्तम यादव ने बताया कि दोनों मंत्रालय से दो माह में स्वीकृत मिल जाएगी। इसके बाद प्रक्रिया को पूरा करने में चार से पांच महीने लगेंगे। इंदौर चिड़ियाघर देश का पहला जू होगा जहां ये तीनों जानवर देखे जा सकेंगे।

1000 वर्ग मीटर में बनेगा स्नैक हाउस 

चिड़ियाघर में 1 करोड़ 41 हजार रुपए खर्च कर सांपों के लिए अत्याधुनिक स्नैक हाउस का निर्माण किया जा रहा है। इसका निर्माण प्राकृतिक वातावरण को ध्यान में रखकर किया जा रहा है। छोटे-बड़े 20 प्रजातियों के सांपों के अलावा किंग कोबरा और एनाकोंडा जैसे खतरनाक सांप भी स्नैक हाउस में रखे जाएंगे।

स्नैक हाउस में सांपों के लिए मौसम के अनुकूल तापमान रखे जाने की भी व्यवस्था रहेगी। किंग कोबरा और एनाकोंडा को भी दूसरे चिड़ियाघर से मंगवाया जाएगा। साथ ही 95 लाख रुपए खर्च कर बंदरों का भी पिंजरा तैयार किया जाएगा।

अगले हफ्ते होगा नामकरण

चिड़ियाघर में भालू प्रभा व गजनी के तीनों बच्चों, लॉयन आकाश - मेघा के चार बच्चों और हिप्पो के एक बच्चे का अगले हफ्ते नामकरण होगा। सभी प्राणियों के बच्चों ने इंदौर जू में ही जन्म लिया है। समारोह में महापौर और निगमायुक्त शामिल रहेंगे। विद्यार्थियों और चिड़ियाघर आने वाले पर्यटकों से इनके नाम सुझाने का आग्रह किया गया है।

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.