श्रीसिद्धिविनायक भक्त मंडल ने बनाया सहयोग का कीर्तिमान
देवास। देवास के बालगढ़ के सिद्धिविनायक भक्त मंडल द्वारा अपने क्षेत्रवासियों सहित बायपास से पैदल और दूसरे साधनो से अपने घर जा रहे, लाखों प्रवासी मजदूरों को भोजन, पानी, दूध, दलिया और दवाइयां देकर सेवा का जो श्रीगणेश किया था वह पहले स्थान पर पहुंच गया है। जिनके होठों पर प्रथम पूज्य श्री सिद्धिविनायक की जय जयकार हो, श्रद्धा और आत्मविश्वास की शक्ति अपार हो, दिल मे दया, सद्भावना और प्यार हो, नर के रुप मे नारायण की सेवा ही जिसका आधार हो, उसका हर कार्य सिद्ध, सफल और प्रसिद्ध होता है इसका प्रमाण हैं संस्था सिद्धिविनायक के संयोजक प्रदीप चौधरी।
कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन की शुरुआत से ही बस्तियों मे राशन के पैकेट बांटने वाले श्री सिद्धिविनायक भक्त मंडल के सदस्यों ने, प्रदीप चौधरी की अगुवाई मे, बायपास से अपने आशियाने पर जा रहे मेहनतकश मजदूरों, उनके बच्चों और महिलाओं की सेवा का सुनहरा इतिहास बनाकर देवास की शोहरत को देश के अनेक राज्यों तक विस्तारित किया है। देवास नगर निगम के सभापति रहे, सरल और सहयोगी किसान स्वर्गीय रतनलाल चौधरी के लाल प्रदीप चौधरी ने अपने पार्षद कार्यकाल को मेयर इन कौंसिल सदस्य रहते हुए, यादगार बनाया और विशाल कावड़ यात्रा के आयोजन की सफलताओं से श्रद्धा का सुन्दर रुप भी दिखाया।
रोजाना पन्द्रह क्विंटल आटे की, खास मसाले डालकर बनायी गईं, जायकेदार पूड़ी बंटवाने वाले चौधरी कहते हैं कि हमारा भोजन पेट भरने के साथ पोष्टिक भी है जो लम्बा सफर करने वाले मजदूरों को ताकत भी देता है और खराब भी नहीं होता।
पांच सौ पैकेट का श्रीगणेश अब पन्द्रह हजार का प्रवाह बन गया है। भोजन बनाने वाले भीषण गर्मी की परवाह किये बगैर पचास पचास के समूह और दो शिफ्टों मे अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इतनी ही संख्या मे सहयोगी, पैकिंग से लेकर भोजन बांटने मे भी शामिल हैं। एक हजार लीटर तेल की टंकी तीन दिन मे खत्म हो रही है और आटा भी क्वालिटी वाला है। पहले महीने मूंगफली का तेल इस्तेमाल किया और अब सोया तेल प्रयोग किया जा रहा है।
संस्था ने दूसरी समाजसेवी संस्थाओं को भी आटा और तेल देकर उनका हौंसला बनाये रखने मे मदद की है। बीस हजार से भी ज्यादा मजदूरों को चप्पल पहनाकर खुश होने प्रदीप चौधरी ने लॉकडाउन से अब तक अस्सी लाख रुपये खर्च कर दिये हैं और मानव सेवा का यह नेक काम अब भी जारी है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.