देवास। देवास जिला अस्पताल सहित निजी नर्सिंग होम में चिकित्सा व्यवस्थाएं ध्वस्त और धड़ाम हो जाने से निर्दोष जनता मौत के मुंह में जा रही है। एक दस दिन के बच्चे की मां सहित अनेक मौत सामान्य बीमारियों का इलाज न होने से हो गई। जिला अस्पताल से जनरल पेशेंट को भगा देने और निजी अस्पतालों द्वारा उन्हें भर्ती नहीं किये जाने का नतीजा उनकी मौत के रूप में सामने आया है। कोरोना वायरस और व्यवस्थाओं के पीछे की सच्चाई भयानक और अमानवीय है, जिसका विरोध नेता, पूर्व पार्षद, डॉक्टर और समाजसेवी भी कर रहे हैं। एक समाजसेवी सैयद सादिक अली का मुख्यमंत्री सहित देवास प्रशासन को दिया गया पत्र इस बात का इशारा करता है कि जनता इलाज को तरस रही है। प्रशासन भय का जोरदार प्रचार कर रहा है।
देवास। देवास जिला अस्पताल सहित निजी नर्सिंग होम में चिकित्सा व्यवस्थाएं ध्वस्त और धड़ाम हो जाने से निर्दोष जनता मौत के मुंह में जा रही है। एक दस दिन के बच्चे की मां सहित अनेक मौत सामान्य बीमारियों का इलाज न होने से हो गई। जिला अस्पताल से जनरल पेशेंट को भगा देने और निजी अस्पतालों द्वारा उन्हें भर्ती नहीं किये जाने का नतीजा उनकी मौत के रूप में सामने आया है। कोरोना वायरस और व्यवस्थाओं के पीछे की सच्चाई भयानक और अमानवीय है, जिसका विरोध नेता, पूर्व पार्षद, डॉक्टर और समाजसेवी भी कर रहे हैं। एक समाजसेवी सैयद सादिक अली का मुख्यमंत्री सहित देवास प्रशासन को दिया गया पत्र इस बात का इशारा करता है कि जनता इलाज को तरस रही है। प्रशासन भय का जोरदार प्रचार कर रहा है।
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.