Tuesday, 17 December 2019

Video | Dewas - आरोप-प्रत्यारोप के साथ निगम परिषद का विशेष सम्मेलन हुआ सम्पन्न | Kosar Express

निगम अधिकारियों पर रही सभी पार्षदों की नाराजगी, निंदा प्रस्ताव किया पारित



देवास। निगम ने आज विशेष सम्मेलन बुलाया था  इस सम्मेलन में शहर के विकास को लेकर चर्चा की जानी थी, जिसको लेकर दोनों पक्षों के बीच जमकर बहस बाजी हुई। निगम में जहां विकास की चर्चा होनी थी वह तो दूर की बात रही, लेकिन एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप जारी रहा। काफी देर के बाद विशेष सम्मेलन के विषय को लेकर चर्चा की गई। जैसे ही सम्मेलन प्रारंभ हुआ वैसे ही पार्षद शांता ठाकुर ने महापौर पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षों में उनके वार्ड में किसी भी प्रकार का विकास नहीं किया गया। उसके बाद विकास कार्य को लेकर दोनों दल आमने-सामने हो गए। निगम परिषद की बैठक में निगम के समस्त विभागीय अधिकारियों की गलती पार्षद दल व महापौर ने निकाली महापौर ने कहा की हमारी सरकार तो नहीं हैं। शहर में विकास कार्य ठप्प है, कार्य नहीं होने की दशा में वार्डों में पार्षदों पर सवाल खड़े हो रहे हैं, अब आपको ही लोगों की समस्या का निराकरण करना होगा। वही पार्षद दिलीप बांगर ने कहा कि मंगलवार होने के चलते वह नहीं आते किंतु उनके पार्षद साथियों के निवेदन पर वह यहां पर आए है। निगम अधिकारी काम करना नहीं चाहते, निगमायुक्त के निर्देशों की अवहेलना की जा रही है। निगम में अधिकारी जिम्मेदारी से कार्य नहीं कर रहे है। पिछले वर्ष 14 करोड़ रुपयों की आवक हुई थी, जो इस वर्ष 7 करोड़ रुपयों की हुई है, यह निगम की स्थिति अच्छी नहीं है। निगम आयुक्त ने  निगम की वसूली पर उन्होंने कहा कि प्रतिदिन 10 लाख की वसूली करने होगी जिस दिन वसूली नहीं हुई उस दिन का भुगतान कर्मचारी को नहीं दिया जाएगा।

संपत्तिकर को लेकर अधिकारी पर लगा प्रश्रचिन्ह
एक और जहां निगम की आर्थिक मंदी को लेकर प्रश्चचिन्ह अंकित हो रहे थे, वहीं पार्षद दिलीप बांगर ने इस विषय पर कहा की शहर की औद्योगिक ईकाइयों से संपत्तिकर की वसूली नहीं की जा रही है जिसके कारण निगम को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। वहीं कई औद्योगिक ईकाइयां ऐसी हैं जहां पर निगम के विभागीय अधिकारी पहुंच रहे है लेकिन वसूली कार्य नहीं कर रहे हैं। इस विषय को लेकर भाजपा पार्षद दल ने आरोप भी लगाया की शुभ लाभ के लालच में विभागीय अधिकारी कार्य नहीं करते जिसके कारण निगम की आर्थिक हालात दयनीय है। जो वसूली की जा रही है वह भी अवैध तरीके से की जा रही है।  निगम में नियम के तहत वसूली नहीं की जा रही है। वहीं औद्योगिक क्षेत्र में मौजूद परख इंडस्ट्रीज की जांच करने की बात कही गई है। जिस पर निगमायुक्त संजना जैन ने कहा है की वह खुद वहां जाकर निरीक्षण करेंगी। अगर अवैध पाया जाता है तो वह त्वरित कार्रवाई करेंगी।

निंदा प्रस्ताव भी हुए पारित
मंगलवार को इस परिषद की अंतिम बैठक रही थी, जिसमें वाद-विवाद के बीच बैठक बनी रही। वहीं बैठक के चलते कांग्रेस व भाजपा पार्षद दलों के बीच गहरी खींचतान भी रही। इसी बीच अंतिम में निंदा प्रस्ताव भी पारित किए गए,  जिसमें निगम सत्तापक्ष नेता नेता ने निगम अधिकारी पीयूष भार्गव व उपयंत्री जगदीश वर्मा के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया जिसका सभी ने समर्थन किया।

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