छात्रा द्वारा सुसाइड के बाद सड़कों पर उतरे लोग
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छेड़छाड़ से परेशान 10वीं की छात्रा शिकायत दर्ज करवाने के लिए गुरुवार दोपहर दो घंटे थाने में बैठी रही। |
प्रजापत नगर में छेड़छाड़ से परेशान 17 वर्षीय 10वीं की छात्रा गायत्री की आत्महत्या के मामले में द्वारकापुरी पुलिस ने शुक्रवार को प्रजापत नगर निवासी आरोपित मिलन चौहान, मां सोनम, पिता विनोद सहित एक नाबालिग भाई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने के बाद छात्रा के परिजन शव लेकर उदयपुर (राजस्थान) चले गए। घटना से नाराज रहवासियों ने दोपहर 12 बजे फूटी कोठी चौराहे पर चक्काजाम किया। सीएसपी अन्नापूर्णा की समझाइश और उचित कार्रवाई के आश्वासन के बाद लोग लौट गए।
दी थी एसिड फेंकने की धमकी -
मृतका के भाई ने बताया कि बहन गुरुवार को शिकायत करने पिता के साथ थाने गई थी। दोनों को दो घंटे तक बैठा रखा था। बहन ने आवेदन लिखने के लिए एएसआई संध्या उर्मलिया से पेन और कागज मांगा था तो उन्होंने मना कर दिया था। कार्रवाई नहीं होने से दोनों लौट आए थे। फिर बहन ने खुदकुशी कर ली। उसने आरोप लगाया कि पुलिस वक्त पर सख्ती दिखाकर कार्रवाई कर देती तो उसकी बहन जिंदा होती।
भाई ने बताया कि मंगलवार को बहन की फोटो फेसबुक और वाट्सएप पर वायरल होने की जानकारी लगने के बाद पिता और मामा आरोपित के घर समझाने गए थे तो उन्होंने बहन पर एसिड फेंकने की धमकी दी थी। एएसआई उर्मलिया ने बताया कि जब छात्रा शिकायत लेकर आई थी, तब ड्यूटी ऑफिसर ओंकारसिंह कुशवाह मौजूद थे। छात्रा के कहने पर दो पुलिसकर्मियों को आरोपित के घर भेजा गया था लेकिन वह नहीं मिला, तो उसकी मां सोनम को बेटे के साथ थाने आने के लिए कहा गया। कागज उपलब्ध नहीं होने से छात्रा को दे नहीं पाए थे।
पुलिस को 35 हजार दिए, नहीं करेगी कार्रवाई -
छात्रा की सहेली ने बताया कि गुरुवार शाम करीब 5 बजे आरोपित की मां घर के सामने गाड़ी खड़ी कर गाना गा रही थी। फिर वह चिल्लाने लगी कि उसने पुलिस को 35 हजार रुपए दे दिए हैं। अब पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करेगी। इससे परेशान छात्रा की मां ने अपनी ही बेटी को दोषी मानकर डांट दिया था। पड़ोसियों का कहना है कि घटना से नाराज रहवासियों ने गुरुवार रात आरोपित के घर का घेराव किया था। कई लोग पेट्रोल और केरोसिन लेकर पहुंचे थे। पुलिस ने उन्हें कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत किया था।
भड़की महिलाएं, पूरे थाने को सस्पेंड करने की मांगछेड़छाड़ और ब्लैकमेलिंग से तंग आकर फांसी लगाने वाली छात्रा को न्याय दिलाने परिजन और क्षेत्रवासी इंदौर की सड़कों पर उतर आए। आक्रोशित लोगो की मांग है कि लापरवाही बरतने वाले पूरे द्वारिकापुरी थाने को सस्पेंड किया जाए। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। सैकड़ों की संख्या में सड़क पर बैठे लोगों को हटाने पहुंची पुलिस को उनके विरोध का सामना करना पड़ा। प्रदर्शन करने पहुंची महिलाओं ने पुलिस को जमकर खरी-खोटी सुनाई। परिजनों ने कहा कि वो बेटी के साथ तीन दिन से पुलिस थाने के चक्कर लगा रहे थे लेकिन पुलिस ने सुनवाई नहीं की।
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