उपचुनावों में संयुक्त विपक्ष की ताकत की भी परीक्षा।
हाइलाइट्स
- कैराना में आरएलडी उम्मीदवार तबस्सुम हसन की जीत लगभग पक्की, 65 हजार वोटों से आगे निकलीं
- मेघालय के अंपाती सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार मुकुल संगमा की बेटी मियानी डी शिरा ने जीत दर्ज की
- नूरपुर विधानसभा सीट पर भी एसपी उम्मीदवार ने जीत दर्ज की
- जोकीहाट से आरजेडी उम्मीदवार शाहनवाज ने दर्ज की बड़ी जीत
नई दिल्ली
देश भर की 4 लोकसभा और 10 विधानसभा उपचुनाव के नतीजों के साथ ही राजनीतिक कयासों का दौर भी लगना शुरू हो गया है। कैराना में बीजेपी की हार लगभग तय है और नूरपुर की सीट भी बीजेपी के हाथ से निकलकर सपा के खाते में चली गई। बिहार के अररिया के जोकीहाट में भी तेजस्वी यादव के नेतृत्व में आरजेडी ने जीत दर्ज की है। कैराना में बीजेपी के सामने संयुक्त विपक्ष है। इस सीट का परिणाम संयुक्त विपक्ष की ताकत का लिटमस टेस्ट जैसा है और यहां बीजेपी को शिकस्त मिली।
उत्तर प्रदेश: 2019 का रास्ता यहीं से निकलेगा!
कैराना: इस वक्त RLD की तबस्सुम हसन 65000 वोटों से आगे हैं और उनकी जीत लगभग तय लग रही है। यहां बीजेपी की तरफ से पूर्व सांसद हुकुम सिंह की बेटी मृगांका मैदान में हैं, तो संयुक्त विपक्ष ने आरएलडी उम्मीदवार तबस्सुम हसन को समर्थन दिया है। यह सीट हुकुम सिंह के निधन से खाली हुई है। संयुक्त विपक्ष ने अगर गोरखपुर और फूलपुर का प्रदर्शन दोहरा दिया तो बीजेपी के लिए 2019 की राह मुश्किल हो जाएगी।
नूरपुर विधानसभा सीट: एसपी उम्मीदवार नईमुल हसन ने 10 हजार वोटों से जीत दर्ज की। विधायक लोकेंद्र सिंह की सड़क दुर्घटना में मौत के बाद यह सीट खाली हुई थी, जहां से उनकी पत्नी अवनी सिंह को बीजेपी ने प्रत्याशी बनाया था।
झारखंड: सिल्ली सीट पर जेएमएम उम्मीदवार सीमा महतो ने जीत दर्ज कर ली है। गोमिया विधानसभा सीट पर भी जेएमएम उम्मीदवार बबीता देवी ने जीत दर्ज की है। सिल्ली विधानसभा सीट पर उपचुनाव में मुख्य मुकाबला पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं एजेएसयू अध्यक्ष सुदेश महतो और झारखंड मुक्ति मोर्चा की सीमा महतो के बीच था। सीमा अयोग्य घोषित किए गए विधायक अमित महतो की पत्नी हैं।
बिहार: अररिया जिले की जोकिहाट से आरजेडी उम्मीदवार ने बड़ी जीत दर्ज की। जेडीयू विधायक सरफराज आलम के इस्तीफा देने के चलते इस सीट पर उपचुनाव हुआ था। आरजेडी के उम्मीदवार शाहनवाज 41,224 वोटों से जीते।
पंजाब: शाहकोट सीट पर 38 हजार वोटों से कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। शाहकोट सीट से अकाली दल के विधायक अजीत सिंह के इस साल फरवरी में निधन के बाद यहां चुनाव हुए। कांग्रेस ने यहां से हरदेव सिंह को मैदान में उतारा तो अकाली दल ने अजीत सिंह के बेटे नायब सिंह कोहर को टिकट दिया।
केरल: चेंगनूर विधानसभा उपचुनाव में सीपीएम उम्मीदवार ने 20956 सीटों से जीत दर्ज की। इस बार यूडीएफ ने डी विजयकुमार को प्रत्याशी बनाया था जबकि एलडीएफ ने साजी चेरियन को मैदान में उतारा। बीजेपी ने पी एस श्रीधरन पिल्लई पर भरोसा जताया है।
मेघालय: अंपाती सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार मुकुल संगमा की बेटी मियानी डी शिरा ने 3191 वोटों से जीत दर्ज की। मियानी नेकि सत्तारूढ़ मेघायल डेमोक्रैटिक गठबंधन ने क्लेमेंट जी मोमिन को हराया।
पश्चिम बंगाल: महेशताला विधानसभा सीट से तृणमूल के दुलाल दास ने दर्ज की जीत। उनकी पत्नी एवं विधायक कस्तूरी दास के निधन के चलते इस सीट पर उपचुनाव हुआ है। बीजेपी ने सीबीआई के पूर्व संयुक्त निदेशक सुजीत घोष को चुनाव में उतारा है।
भंडारा गोंदिया: बीजेपी के हेमंत पटेल आगे चल रहे थे, लेकिन अब एनसीपी उम्मीदवार के आगे निकलने की खबर। भंडारा-गोंदिया में बीजेपी सांसद नाना पटोले ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और कांग्रेस में शामिल हो गए थे। एनसीपी ने जहां मधुकर कुकड़े को मैदान में उतारा वहीं बीजेपी ने हेमंत पटले पर भरोसा दिखाया। एनसीपी को यहां कांग्रेस ने समर्थन दिया है। शिवसेना ने प्रत्याशी उतारा ही नहीं है। इस सीट का परिणाम 2019 के गठबंधन के लिहाज से काफी अहम है।
पालघर: पालघर में बीजेपी उम्मीदवार राजेंद्र गावित ने जीत दर्ज की। गावित कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए थे। बीजेपी सांसद चिंतामन वनागा के जनवरी में निधन के बाद यह सीट खाली हो गई थी। यहां शिवसेना ने वनागा के बेटे श्रीनिवास वनागा को मैदान में उतारा था।
पलूस काडेगांव विधानसभा सीट: कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री पटंगराव कदम के निधन के बाद खाली हुई थी। पार्टी ने उनके बेटे विश्वजीत कदम को मैदान में उतारा है। शिवसेना ने कांग्रेस उम्मीदवार को समर्थन दिया है। बीजेपी चुनाव में उतरी ही नहीं है।
नगालैंड: एनडीपीपी उम्मीदवार 14 हजार वोटों से आगे। नगालैंड में प्रमुख घटक बीजेपी और एनडीपीपी की सहयोगी पीडीए ने इस सीट पर पूर्व मंत्री तोखेहो येपथेमी को उतारा है। कांग्रेस एनपीएफ उम्मीदवार सी अपोक जमीर का समर्थन कर रही है।
उत्तराखंड: थराली विधानसभा सीट पर कांटे की टक्कर चल रही है। बीजेपी उम्मीदवार 1092 वोटों से आगे चल रही हैं। बीजेपी विधायक मगनलाल शाह के निधन के कारण खाली हुई। बीजेपी ने इस सीट पर मुन्नी देवी को उतारा, तो कांग्रेस ने जीतराम को उम्मीदवार बनाया।
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