भोपाल। मध्यप्रदेश में 4 कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने के बाद अब दिग्विजय सिंह संगठन में अपने युवराज जयवर्धन सिंह को भी अच्छे पद पर पहुंचाना चाहते हैं। हालांकि कमलनाथ के रहते उन्हे प्रदेश कांग्रेस कमेटी में भी अच्छी जगह मिल सकती है परंतु वरिष्ठता के मामले में जयवर्धन पिछड़ जाएंगे। इधर युवक कांग्रेस अध्यक्ष कुणाल चैधरी का कार्यकाल पूर्ण हो गया है अतः यह आसान टारगेट है। कहा जा रहा है कि इसी के चलते दिग्विजय सिंह ने जयवर्धन सिंह को राहुल गांधी से भी मिलवाया।
इस मुलाकाता के बाद कांग्रेस में यूथ कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बदले जाने की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। राहुल गांधी से जयवर्धन की मुलाकात को इसी नजरिए से देखा जा रहा है। खास बात ये है कि हाल ही में राहुल गांधी के निर्देश पर युवा कांग्रेस के चुनावों को स्थगित किया गया है। इस सवाल के जवाब में जयवर्धन सिंह ने खबर का खंडन नहीं किया बल्कि कहा कि पार्टी उनकी जो भी भूमिका तय करेगी वो उसका निर्वहन करेंगे।
बता दें कि जयवर्धन सिंह, ना केवल दिग्विजय सिंह के बेटे हैं बल्कि उनके राजनीतिक उत्तराधिकारी भी हैं। दिग्विजय सिंह की अक्सर यह कोशिश होती है कि जयवर्धन सिंह भी जनता के बीच ऐसे ही संपर्क में रहें जैसे वो रहते थे। जयवर्धन सिंह भी अपनी विधानसभा में सक्रिय बने रहते हैं। दूसरे नेतापुत्रों की तरह लक्झरी लाइफ में बिजी नहीं रहते लेकिन पिता जब पॉवरफुल हो तो बेटे को फायदा मिलता ही है।
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