फेल हुए परीक्षार्थियों को सरकार के द्वारा २ मौके दिए जाएंगे जिससे की छात्रों का भविष्य खराब ना हो।
इंदौर. सोमवार को माशिमं द्वारा १०वीं एवं १२वीं के रिजल्ट एकसाथ जारी किए गए। यह दूसरी बार है, जब माशिमं ने दसवीं एवं बारहवीं के रिजल्ट एकसाथ जारी किए हो। परिणामों की अगर बात करें तो इस वर्ष सरकारी स्कूलों ने निजी स्कूलों के मुकाबले बाजी मारी है, जो कि प्रदेश की शिक्षा नीतियों के लिए संजीवनी साबित हुई है।
इंदौर संभाग के अगर नियमित छात्र-छात्राओं की बात करें तो १२वीं में कुल २९४६९ परिक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे, जिनमें १६,३७२ छात्र एवं १३,०९७ छात्राएं थी। वहीं, १०वीं में कुल ३७,२४२ परीक्षार्थियों ने अपनी किस्मत आजमाई थी, जिनमें २०,२९६ छात्र एवं १६,९४६ छात्राएं शामिल रहीं। १२वीं का रिजल्ट ६७ प्रतिशत रहा वहीं १०वीं का ६६.६८ प्रतिशत जो की सरकार की बेस्ट ऑफ ५ नीति के कारण पिछली बार के मुकाबले रिकॉर्ड १६.६८ प्रतिशत ज्यादा रहा, लेकिन इन बातों का दूसरा पहलू यह है की १२वीं में कुल २७३७ छात्र एवं १,३७७ छात्राओं सहित कुल ४,११४ परीक्षार्थी फेल हुए हैं। वहीं, ३,११८ परीक्षार्थियों को पूरक आई है। वहीं १०वीं में यह आंकड़ा ५,१५१ छात्र एवं २,३१८ छात्राओं सहित कुल ७,४६९ परीक्षार्थियों का है। साथ ही ३,३५६ परीक्षार्थियों को पूरक आई है। वहीं प्रदेश की बात करें तो १२वीं कक्षा में कुल एक लाख से अधिक छात्र छात्राएं सफल नहीं हो सके जबकि १०वीं में यह आंकड़ा बढक़र करीब पौने दो लाख हो गया है।
फेल विद्यार्थियों को २ संजीवनी
राज्य में छात्रों में आत्महत्या की बढ़ती प्रवृत्ति को देखते हुए सरकार की राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा परिषद द्वारा रूक जाना नहीं योजना को शुरू किया था। इस योजना के अनुसार परीक्षा में फेल हो जाने पर विद्यार्थियों को कुछ ही दिनों के अंदर परीक्षा उत्तीर्ण करना का एक मौका और मिलेगा। छात्रों को केवल उन्हीं विषयों की परीक्षा देना होगी जिनमें की वो फेल हुए हैं। योजना के लिए १५ मई से आवेदन लिए जा रहे जो कि आगामी २५ मई तक लिए जाएंगे। परीक्षाएं ९ जून से प्रारंभ होगी जिनका रिजल्ट मध्य जुलाई तक आने की उम्मीद है। १० के परीक्षार्थी इसमें उत्तीर्ण होकर ११वीं में बैठ पाएंगे वहीं १२वीं के विद्यार्थी आगे के लिए कॉलेज में एडमिशन ले सकेंगे। इसके अलावा विभाग ने दो विषयों में फेल विद्यार्थियों के लिए पूरक परीक्षा रखी है। १०वीं की पूरक परीक्षा ५ जुलाई से एवं १२वीं पूरक परीक्षा ४ जुलाई से शुरू होंगी। इन परिक्षाओं में कुल ढाई लाख से अधिक परीक्षार्थियों के शामिल होने की उम्मीद है।
कक्षा १२वीं
परीक्षार्थी -२९,१८०
पास परीक्षार्थी -२१,८८६
फेल परीक्षार्थी -४,११४
पूरक प्राप्त परीक्षार्थी -३,११८
कक्षा १०वीं
परीक्षार्थी -३६,५५६
पास परीक्षार्थी -२१,८८६
फेल परीक्षार्थी -७,४६९
पूरक प्राप्त परीक्षार्थी -३,३५६
इंदौर. सोमवार को माशिमं द्वारा १०वीं एवं १२वीं के रिजल्ट एकसाथ जारी किए गए। यह दूसरी बार है, जब माशिमं ने दसवीं एवं बारहवीं के रिजल्ट एकसाथ जारी किए हो। परिणामों की अगर बात करें तो इस वर्ष सरकारी स्कूलों ने निजी स्कूलों के मुकाबले बाजी मारी है, जो कि प्रदेश की शिक्षा नीतियों के लिए संजीवनी साबित हुई है।
इंदौर संभाग के अगर नियमित छात्र-छात्राओं की बात करें तो १२वीं में कुल २९४६९ परिक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे, जिनमें १६,३७२ छात्र एवं १३,०९७ छात्राएं थी। वहीं, १०वीं में कुल ३७,२४२ परीक्षार्थियों ने अपनी किस्मत आजमाई थी, जिनमें २०,२९६ छात्र एवं १६,९४६ छात्राएं शामिल रहीं। १२वीं का रिजल्ट ६७ प्रतिशत रहा वहीं १०वीं का ६६.६८ प्रतिशत जो की सरकार की बेस्ट ऑफ ५ नीति के कारण पिछली बार के मुकाबले रिकॉर्ड १६.६८ प्रतिशत ज्यादा रहा, लेकिन इन बातों का दूसरा पहलू यह है की १२वीं में कुल २७३७ छात्र एवं १,३७७ छात्राओं सहित कुल ४,११४ परीक्षार्थी फेल हुए हैं। वहीं, ३,११८ परीक्षार्थियों को पूरक आई है। वहीं १०वीं में यह आंकड़ा ५,१५१ छात्र एवं २,३१८ छात्राओं सहित कुल ७,४६९ परीक्षार्थियों का है। साथ ही ३,३५६ परीक्षार्थियों को पूरक आई है। वहीं प्रदेश की बात करें तो १२वीं कक्षा में कुल एक लाख से अधिक छात्र छात्राएं सफल नहीं हो सके जबकि १०वीं में यह आंकड़ा बढक़र करीब पौने दो लाख हो गया है।
फेल विद्यार्थियों को २ संजीवनी
राज्य में छात्रों में आत्महत्या की बढ़ती प्रवृत्ति को देखते हुए सरकार की राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा परिषद द्वारा रूक जाना नहीं योजना को शुरू किया था। इस योजना के अनुसार परीक्षा में फेल हो जाने पर विद्यार्थियों को कुछ ही दिनों के अंदर परीक्षा उत्तीर्ण करना का एक मौका और मिलेगा। छात्रों को केवल उन्हीं विषयों की परीक्षा देना होगी जिनमें की वो फेल हुए हैं। योजना के लिए १५ मई से आवेदन लिए जा रहे जो कि आगामी २५ मई तक लिए जाएंगे। परीक्षाएं ९ जून से प्रारंभ होगी जिनका रिजल्ट मध्य जुलाई तक आने की उम्मीद है। १० के परीक्षार्थी इसमें उत्तीर्ण होकर ११वीं में बैठ पाएंगे वहीं १२वीं के विद्यार्थी आगे के लिए कॉलेज में एडमिशन ले सकेंगे। इसके अलावा विभाग ने दो विषयों में फेल विद्यार्थियों के लिए पूरक परीक्षा रखी है। १०वीं की पूरक परीक्षा ५ जुलाई से एवं १२वीं पूरक परीक्षा ४ जुलाई से शुरू होंगी। इन परिक्षाओं में कुल ढाई लाख से अधिक परीक्षार्थियों के शामिल होने की उम्मीद है।
कक्षा १२वीं
परीक्षार्थी -२९,१८०
पास परीक्षार्थी -२१,८८६
फेल परीक्षार्थी -४,११४
पूरक प्राप्त परीक्षार्थी -३,११८
कक्षा १०वीं
परीक्षार्थी -३६,५५६
पास परीक्षार्थी -२१,८८६
फेल परीक्षार्थी -७,४६९
पूरक प्राप्त परीक्षार्थी -३,३५६
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