Saturday 21 April 2018

यूपी में कांग्रेस को उसी के गढ़ में घेरने की प्लानिंग कर रही है बीजेपी

अमेठी में राहुल गांधी को घेरने के लिए स्मृति ईरानी लगातार कैम्प कर रही हैं जबकि रायबरेली में अमित शाह एक रैली कर चुके हैं और दूसरी रैली में सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ भी शामिल होंगे. अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या बीजेपी, कांग्रेस को उसी के गढ़ में घेर कर चित कर पाएगी?

लखनऊः यूपी में बीजेपी लगातार एक्शन में है और कांग्रेस को बैकफुट पर धकेलने के लिए प्लानिंग कर रही है. अमेठी और रायबरेली कांग्रेस के पुराने सियासी गढ़ माने जाते हैं. फिलहाल अमेठी से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी सांसद हैं और रायबरेली से सोनिया गांधी सांसद हैं. अमेठी में राहुल गांधी को घेरने के लिए स्मृति ईरानी लगातार कैम्प कर रही हैं जबकि रायबरेली में अमित शाह एक रैली कर चुके हैं और दूसरी रैली में सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ भी शामिल होंगे. अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या बीजेपी, कांग्रेस को उसी के गढ़ में घेर कर चित कर पाएगी?

राहुल गांधी साल 2004 से अमेठी लोकसभा सीट से सांसद हैं. तो वहीं, सोनिया भी साल 2004 से रायबरेली लोकसभा सीट से सांसद हैं. 66 साल में रायबरेली से सिर्फ तीन बार गैर कांग्रेसी सांसद चुना गया है. फिरोज गांधी और इंदिरा गांधी भी रायबरेली से सांसद रह चुके हैं. तो वहीं, संजय गांधी और राजीव गांधी भी अमेठी से सांसद रह चुके हैं. राजीव गांधी 1981 से 1991 तक अमेठी के सांसद रहे. सपा, बसपा भी इन सीटों से मजबूत उम्मीदवार उतारने से कतराती रही हैं.

2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने अमेठी से समृति ईरानी को अपना प्रत्याशी बनाया था जिन्होंने राहुल गांधी को अच्छी टक्कर दीं. 2014 से स्मृति क्षेत्र में सक्रिय भी हैं और कार्यकर्ताओं से भी मिलती रहती हैं. अगला लोकसभा चुनाव भी ज्यादा दूर नहीं है और ऐसे में स्मृति की सक्रियता भी बढ़ रही है. हाल ही में उन्होंने 200 कार्यकर्ताओं को अपने खर्चे से तीर्थयात्रा पर भी भेजा है. यकीनन अमेठी में बीजेपी कार्यकर्ता बूथ स्तर तक जान लगा देने को तैयार हैं.

दूसरी ओर अमित शाह और योगी आदित्यनाथ बीजेपी के कई बड़े नेताओं के साथ रैली कर रहे हैं. प्लान रायबरेली में सोनिया गांधी को घेरने का है. सोनिया की तबीयत पिछले काफी वक्त से खराब है और इसी वजह से क्षेत्र में उनकी सक्रियता घटी है. बीजेपी इस मौके का फायदा उठाना चाहती है. रैली में कांग्रेस के एमएलसी समेत कई नेताओं, ग्राम प्रधानों, कस्बा और ब्लॉक स्तर के नेताओं को शामिल कराया जाएगा. बीजेपी यहां कांग्रेस के लोगों को तोड़ कर अपने साथ लाना चाहती है.

2019 में लोकसभा चुनाव होने हैं. बीजेपी अभी से इसकी तैयारियों में जुट गई है. यूपी में बीजेपी की सरकार भी है. इस बात का फायदा भी बीजेपी उठाना चाहेगी. प्रदेश सरकार के मुताबिक उसका पूरा जोर अपराध की रोकथाम और विकास पर है. हालांकि हाल में हो रही लगातार घटनाओं से सरकार की किरकिरी हुई है. अब ऐसे में देखना यह होगा कि कांग्रेस को उसी के घर में घेर कर पटखनी देने का ये प्लान कामयाब हो पाएगा या नहीं. 2019 के महाभारत की पटकथा में रायबरेली और अमेठी बेहद महत्वपूर्ण मोड़ हैं. बीजेपी यहां से यदि मनोवैज्ञानिक बढ़त बनाती है तो पूरे देश में इसकी अमिट छाप दिखाई पड़ेगी.

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