कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (फाइल फोटो)
कांग्रेस इसी कर्नाटक विकास मॉडल को राज्य विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के मेनिफेस्टो में विस्तार से स्थान देने जा रही है. कांग्रेस मेनिफेस्टो ड्राफ्टिंग कमेटी के प्रमुख वीरप्पा मोइली का कहना है कि कर्नाटक के लिए पार्टी का मेनिफेस्टो ना सिर्फ राज्य चुनाव के लिए पार्टी के विजन की झलक देगा बल्कि 2019 लोकसभा चुनाव के लिए भी रणनीति का एक तरह से ब्लूप्रिंट होगा. इससे देश के वोटरों को पार्टी के दृष्टिकोण की झलक मिलेगी.
मोइली कर्नाटक चुनाव को पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर सॉफ्ट लॉन्च पैड बता रहे हैं. कांग्रेस के प्लेनरी सेशन में पार्टी ने साफ संदेश दिया था कि 2019 लोकसभा चुनाव में कृषि संकट, रोजगार सृजन, अर्थव्यवस्था की स्थिति और कल्याण योजनाओं को पार्टी अहम मुद्दों में शामिल करेगी.
क्या कर्नाटक मेनिफेस्टो में शामिल योजनाओं को 2019 लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी के ब्लू प्रिंट में शामिल किया जाएगा? इस सवाल के जवाब में कर्नाटक के लिए एआईसीसी सेक्रेटरी और मेनिफेस्टो कमेटी के सदस्य मधु गौड़ यक्षी ने कहा, ‘कर्नाटक मेनिफेस्टो में शामिल योजनाएंध्वादें परखे हुए हैं और राज्य में कारगर साबित हुए हैं. इसलिए इन्हें आसानी से राष्ट्रीय स्तर पर लागू किया जा सकता है. गुजरात मॉडल जहां झूठा और आंखों में धूल झोंकने वाला था वहीं कर्नाटक मॉडल तथ्यों और आंकड़ों पर आधारित है.’
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस मेनिफेस्टो में विस्तार से बताया जाएगा कि किन किन तरीकों से कृषि संकट को सुलझाया जा सकता है, कैसे किसानों की आय बढ़ाई जा सकती है. साथ ही विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा करने के लिए क्या क्या अभिनव रास्ते अपनाए जा सकते हैं. मेनिफेस्टो में वाजिब दाम पर बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने का भी वादा है जिससे कि कौशलपूर्ण मानव संसाधन सामने आए और युवाओं को रोजगार मिल सके. मेनिफेस्टो में लघु और मध्यम उद्योगों को मजबूत बनाने के लिए नीति का भी जिक्र होगा. इंदिरा कैंटीन, क्षीर भाग्या जैसी जनकल्याण योजनाओं को और बेहतर बनाया जाएगा. इन्हें कांग्रेस के 2019 कैम्पेन में भी शामिल किया जा सकता है.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान भी वहां के लिए बनाई गई मेनिफेस्टो ड्राफ्टिंग कमेटी के प्रमुख सैम पित्रोदा से कहा था कि मेनिफेस्टो को अंतिम रूप देने से पहले पार्टी नेता जगह जगह जाकर समाज के सभी तबकों से उनकी राय जानें. वहीं नीति कर्नाटक के लिए भी अपनाई गई है. कर्नाटक मेनिफेस्टो ड्राफ्टिंग कमेटी के प्रमुख वीरप्पा मोइली ने भी कर्नाटक में जगह जगह पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं की टीमों को भेजकर लोगों की राय जानी. जो सुझाव मिले उन्हें पार्टी मेनिफेस्टो में शामिल किया जा रहा है.
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