Wednesday 27 June 2018

मप्र: पहली बारिश में बिजली गिरी, 5 की मौत, नदियों में बाढ़ | Kosar Express


इंदौर। देरी से आए मानसून ने हाहाकार मचा दिया। पहले ही दिन सिवनी में आकाशीय बिजली गिरने से 5 लोगों की मौत हो गई। देवास में नदियां उफान पर आ गईं। इंदौर शहर के कई इलाकों में पानी भर गया। साउथ एमपी के कई जिलों में तेज बारिश लगातार जारी है। जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। ग्रामीण इलाकों का संपर्क टूट गया। मौसम विभाग का कहना है कि बारिश का कहर जारी रहेगा। आसपास के इलाकों में अलर्ट कर दिया गया है। 

सिवनी में बिजली गिरी, 5 की मौत, मृतकों में तीन बच्चे शामिल
सिवनी जिले के मोहगांव में मंगलवार को कुछ मजदूर मक्के की बुआई कर रहे थे। साथ आए बच्चे खेत के पास ही खेल रहे थे। बारिश शुरू होने से सभी लोग आम के पेड़ के नीचे खड़े हो गए। इसी दौरान आकाशीय बिजली गिरने से पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि 3 लोग झुलस गए। जानकारी के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतका विनीता पिता राधेलाल सैयाम (16) सावित्री पिता जीवनलाल (14), जीजीबाई पति सुंदर जंघेला उम्र (34), प्रिंस पिता नेतम विश्वकर्मा (08) और प्रतीक्षा पिता नेतन विश्वकर्मा (06) को पीएम के लिए अपस्ताल भिजवाया। वहीं घायल माया बाई पति रिखीराम जंघेला (50) और गीता बाई परधान (50) और एक अन्य का इलाज चल रहा है।

सोनकच्छ में कालीसिंध नदी तो महेश्वर में माहेश्वरी नदी उफान पर
देवास जिले में सुबह से हो रही तेज बारिश से कालीसिंध नदी उफान पर आ गई है और छोटी पुलिया डूब गई है। लोग जान जोखिम में डालकर पुल पार कर रहे हैं। वहीं गुनेरी नदी के रौद्र रूप धारण करने से ब्रिज पानी में डूब गया है, जिसके चलते बागली-चापड़ा मार्ग बंद हो गया है। महेश्वर में भी महेश्वरी नदी उफान पर है, जिसके चलते बाढ़ में फंसकर एक भैंस बह गई, जिसे लोगों ने बड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला।

इंदौर में बीआरटीएस सहित कई चौराहे लबालब
मानसून की पहली ही बारिश में शहर की ज्यादातर सड़कें नाले की तरह नजर आईं। सत्यसाईं, विजय नगर, रसोमा, एमआर-9 सहित शहर के ज्यादातर चौराहों में घुटने तक पानी भर गया, जिससे वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। बीआरटीएस का ज्यादातर हिस्सा तो ऐसा प्रतीत हो रहा है, जैसे नहर हो। इसके अलावा एमजी रोड, जंजीरवाला रोड में भी घुटने तक पानी बहा।

इंदौर में घरों में घुसा पानी
बारिश का सबसे अधिक असर शहर के पश्चिमी क्षेत्र में देखा जा रहा है। यहां सुबह 8 बजे से ही मूसलाधार बारिश जारी है। तेज बारिश के चलते छत्रीबाग, राजमोहल्ला, नर्सिंह बाजार, बालदा काॅलोनी, जाेशी मोहल्ला, बियाबानी, कागदी पूरा, चंदन नगर, राज नगर, नगीन नगर आदि क्षेत्रों में स्थित निचले इलाकाें में पानी भर गया। पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं हाेने से इन क्षेत्रों में स्थित कई घरों में पानी भर गया।

इंदौर: मच्छी बाजार से गंगवाल तक हालत खराब
स्मार्ट सिटी के तहत नगर निगम द्वारा पिछले दिनों मच्छी बाजार से लेकर गंगवाल बस स्टैंड तक बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हटाए गए थे। मच्छी बाजार, कड़ावघाट, सिलावट पूरा, बियाबानी से लेकर गंगवाल बस स्टैंड तक मकानों का मलबा फैला हुआ है। जोरदार बारिश के चलते इन इलाकों की हालत खराब हो गई है और पूरे क्षेत्र में कीचड़ के साथ ही जलभराव हो गया है। सिलावटपूरा क्षेत्र में निगम द्वारा पाइप लाइन डालने का काम किया जा रहा है जिसके चलते लोगों को अपने घरों से बाहर निकलने में भी भारी परेशानी हो रही है।

साउथ मप्र में बारिश से हाहाकार 
प्रदेश के दक्षिण पश्चिमी हिस्सों में बारिश भी हुई है। मानसून ने इंदौर से प्रवेश किया है और इस समय अलीराजपुर, धार, झाबुआ, देवास, बड़वानी, खरगोन, खंडवा और बुरहानपुर में पहुंचा है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले कुछ घंटों में इंदौर, धार, झाबुआ, बड़वानी, आलीराजपुर सहित कई शहरों में तेज बारिश की संभावना है।

पहले ही दिन कई जिले हुए तर
मानसून की आमद अरब सागर ब्रांच से प्रदेश में हुई है। प्रदेश में मानसून आने का तय समय 10 जून है। यह इससे 14 दिन बाद मप्र पहुंचा है। मानसून पहुंचने के पहले दिन ही खरगोन, बड़वानी, धार, अालीराजपुर समेत प्रदेश के कई शहर तर हो गए। अालीराजपुर, बड़वानी, खंडवा, खरगोन, छिंदवाड़ा जिले के सौंसर, बालाघाट समेत कई शहरों में बारिश हुई।

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