कमलनाथ और ज्योतिरादित्य प्रदेश के बड़े नेता हैं। ये अगर प्रदेश की राजनीति में सक्रिय होंगे तो उसका फायदा कांग्रेस को मिलेगा। लेकिन, अरुण यादव के नजदीकी नहीं जानते कि उनका कद घटा दिया जाए। पहली बार सोशल मीडिया पर यादव समर्थक उनकी उपलब्धियां गिना रहे हैं। कहा जा रहा है कि अरुण यादव ने नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के साथ मिलकर पिछले कुछ सालों में प्रदेश में खासी मेहनत की है। इसलिए ऐसा कोई कारण नहीं दिखता जिसकी वजह से उन्हें हटाया जाए।
बताया जा रहा है कि अरुण यादव ने अपने अय्यारों को सक्रिय कर दिया है कि वो लोगों को कांग्रेस में यादव का महत्व बताएं। यह भी जताएं कि भाजपा ने पिछड़ा वर्ग से प्रदेश अध्यक्ष बनाया है, यदि यादव को हटाया तो पिछड़ा वर्ग नाराज हो सकता है। सूत्रों का कहना है कि यादव चाहते हैं कि भले ही उनकी पॉवर कम कर दी जाए लेकिन उन्हे पद पर बने रहने दिया जाए। यादव राहुल गांधी की टीम में माने जाते थे। देखते हैं राहुल गांधी, यादव के बारे में क्या फैसला करते हैं।
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